कथेतर
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जन गोपाल क्यों? एक संत का धर्म, युगीन सत्ता और समाज से संवाद
‘जन गोपाल : संत दादू के जीवनीकार’ पुरुषोत्तम अग्रवाल और डेविड लॉरेंज़न की मूल रूप से अंग्रेजी में लिखी गई…
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इन दिनों इलाहाबाद
इधर हिन्दी की दुनिया में कई शहरों के बारे में संस्मरण सामने आए हैं लेकिन उन सबसे अलहदा यह गद्य…
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री-पेंटिंग द कैनवास : लाज़्लो क्रास्नाहोर्काई
1954 को ग्यूला (हंगरी) में जन्मे लाज़्लो क्रास्नाहोर्काई ने अपने पहले ही उपन्यास ‘सेंटेटेगो’ (सातांतंगो) से साहित्य के क्षेत्र में…
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किताबें, महंगाई और पाठकीय निर्णय
देवेश पथ सारिया हिन्दी के सुपरिचित युवा कवि हैं। उनकी प्रकाशित पुस्तकों में कविता संकलन : नूह की नाव (2022), कहानी संग्रह :…
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साहित्य का लक्ष्य सत्य के साथ खड़े होना है : उर्मिला शिरीष
उर्मिला शिरीष जी के बारे में जितना भी लिखा जाए कम है। वे एक चर्चित कहानीकार, उपन्यासकार एवं कुशल संपादक…
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श्याम बेनेगल की फिल्मों में स्त्री की भूमिका
दिल्ली में जन्मी युवा लेखिका बालकीर्ति ने एम. एड. की शिक्षा प्राप्त की है, उनकी रचनाएं विविध पत्र-पत्रिकाओं यथा अलाव, समकालीन अभिव्यक्ति,…
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हमारे युग का बडे़ पैमाने पर बौद्धिक सतहीकरण हुआ है : शंभुनाथ
हिंदी के प्रतिष्ठित लेखक और विचारक शंभुनाथ कलकत्ता विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर रहे हैं। वे केंद्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक के…
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एक वर्ग के खुश रहने से देश नहीं चलता : नासिरा शर्मा
नासिरा शर्मा हिंदी की प्रसिद्ध कहानीकार और लेखिका हैं। इलाहाबाद में जन्मी नासिरा शर्मा को साहित्य विरासत में मिला। नासिरा…
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कोई भी आलोचक किसी पत्थर को कवि नहीं बना सकता : एकान्त श्रीवास्तव
बहुमुखी प्रतिभा के धनी एकांत श्रीवास्तव जी का जन्म 08 फरवरी 1964 को रायपुर (छत्तीसगढ़) में हुआ। वे मूलतः कवि…
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महाकवि आंडाल की खोज में
वरिष्ठ कवि और पत्रकार सुभाष राय ने पिछले दिनों कर्नाटक की एक विलक्षण संत कवि ‘अक्क महादेवी’ (12वीं शताब्दी) पर एक…
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